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Best Motivational Story in Hindi
यदि आप इंटरनेट पर Best Motivational Story in Hindi खोजते हुए इस पेज पर आय हैं  तो पोस्ट में आज हम आपको  गुरु शिष्य के एक ऐसे प्रेरक प्रसंग के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके विचारों में क्रांतिकारी बदलाव कर आपको सफल होने के लिए प्रेरित करेगा.


एक बार एक स्वामी ने अपने शिष्य  से कहा कि मेरी एक समस्या है और स्वामी ने शिष्य को एक पत्थर दिया और कहा कि इसकी कीमत अक्वा कर लेकर आओ । शिष्य पत्थर लेकर बाजार की ओर गया सबसे पहले उसे आलू बेचने वाला मिला शिष्य ने वह पत्थर उस आलू बेचने वाले को दिखाया। 

   आलू बेचने वाले ने कहा कि मैं इस पत्थर के बदले हद से हद 10 किलो आलू दे सकता हूं। शिष्य ने कहा, मुझे बेंचना नहीं है और इतना कह कर आगे बढ़ गया। आगे चलते चलते वह चांदी की दुकान पर पहुंचा जहां एक दुकानदार बैठा हुआ था। उसने इस दुकानदार को यह पत्थर दिखाया और बोला कि आप इसके बदले क्या दे सकते हैं। दुकानदार ने कहा कि मैं इसके बदले 4 किलो चांदी दे सकता हूं। देखने में यह पत्थर चमकीला लगता है। मैं 4 किलो चांदी इसके बदले में दे सकता हूं। 

     शिष्य ने पत्थर लिया और आगे बढ़ गया क्योंकि इसको तो केवल उसकी कीमत पता लगानी थी जिससे आगे चलकर एक स्वर्णकार की दुकान पर पहुंचा तो उसने स्वर्णकार को वह पत्थर दिखाया। स्वर्णकार ने चमकीला पत्थर अपने हाथ में लिया और उसको हर कोने से देखा। उसके बाद वह बोला कि मैं इसके बदले आपको 6 किलो सोना दे सकता हूं।

   शिष्य ने पत्थर लिया और वह आगे बढ़ गया क्योंकि उसको कीमत अकवानी थी। अब आगे चलकर एक हीरे की दुकान पर पहुंचा। हीरे के व्यापारी ने यूं ही पत्थर हाथ में लिया और उसको जांचा परखा अपने मशीन बगैरा से उसको चेक किया। फिर वह बोला कि यदि मैं इसके बदले आपको अपना पूरा कारोबार भी सौंप दूं। तब भी मैं इस पत्थर की कीमत नहीं चुका सकता। क्योंकि यह तो एक बहुत ही बड़ा हीरा है। 


अब शिष्य पत्थर लेकर गुरु के पास आया और बोला स्वामी इस पत्थर के बदले आलू वाले ने 10 किलो आलू देने को कहा और चांदी वाले ने 4 किलो चांदी सोने वाले ने 6 किलो सोना और हीरे के व्यापारी ने कहा कि वह अपना पूरा व्यापार भी बेंच कर अगर इस पत्थर को खरीदे तो भी वह नहीं खरीद सकता है।

  इस पर स्वामी ने कहा बेटा यही बात आप पर लागू होती है। आप जैसी संगत में जैसे समाज में रहोगे। वह आप की कीमत आपके उतनी ही लगाएगा। यदि आप निम्न लोगों में रहोगे तो वह निम्न कामों के लिए भी उपयुक्त मानेंगे जब कि यदि आप अच्छे लोगों में रहोगे तो वह आपसे अच्छे देशहित के कामों के लिए उपयुक्त मानकर आपको वैसे ही जिम्मेदारी  सौंपेंगे।


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