देशभक्ति कविता
देशभक्ति कविता हमारे भीतर न केवल राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत करती है, बल्कि हमें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का बोध भी कराती है। यह कविताएँ शब्दों के माध्यम से देश के प्रति अपने समर्पण और गौरव को व्यक्त करने का सशक्त माध्यम हैं। इन कविताओं में मातृभूमि के प्रति अगाध प्रेम, वीर सैनिकों के बलिदान की गाथा, और राष्ट्रीय एकता व अखंडता का संदेश छुपा होता है।
भारतीय साहित्य में देशभक्ति कविताओं का विशेष स्थान है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह कविताएँ लोगों को प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण साधन बनीं। सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, महात्मा गांधी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने देशभक्ति से ओत-प्रोत कविताओं के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। इन कविताओं में वह शक्ति होती है, जो सोई हुई आत्मा को झकझोरकर जाग्रत कर देती है।
देशभक्ति कविताएँ केवल अतीत तक सीमित नहीं हैं। आज भी यह हमारे जीवन में प्रासंगिक हैं। ये कविताएँ न केवल राष्ट्र के प्रति गर्व का अनुभव कराती हैं, बल्कि यह भी सिखाती हैं कि हमारी छोटी-छोटी कोशिशें देश को मजबूत बनाने में कैसे सहायक हो सकती हैं। जैसे कि मैथिलीशरण गुप्त, रामधारी सिंह 'दिनकर' और अन्य कवियों की कविताएँ, जो आज भी देशभक्ति का जज्बा भर देती हैं।
इस प्रकार, देशभक्ति कविता न केवल भावनाओं की अभिव्यक्ति है, बल्कि यह एक प्रेरणा का स्रोत है, जो हमें अपने देश के लिए कुछ करने का हौसला देती है। यह कविताएँ हमें सिखाती हैं कि जब देश का सवाल हो, तो हमें एकजुट होकर आगे बढ़ना चाहिए।
देश भक्ति कविताओं का संकलन
विभिन्न कवियों की देश भक्ति कवितायेँ
कविता तिवारी की देशभक्ति कविता
कुमार विश्वास की देशभक्ति कविता
मैं देश की बेटी हूँ- कविता तिवारी की देश भक्ति कविता
जलाएँ एक दिया हम उन वीरों के नाम - सुदीप भोला
जिन्होंने हंस कर देदी जान -सुदीप भोला
हिन्दुस्तानी सेना को जब आ जाता हैं तैश- कुमार विश्वास
हरिओम पवार जी की रचित देशभक्ति कविताएं