दोस्तों , आपके मन में भी यह विचार आया होगा कि यदि इलेक्ट्रिक कार के छत पर सोलर पैनल लगा दें । तो इलेक्ट्रिक कार को 150 किलोमीटर क्या कितना भी घुमाते रहो। उसकी बैटरी कभी खत्म नही होगी। क्योंकि कार में तो सोलर पैनल लगा है,
ऐसा इसीलिए नही किया जा सकता क्योंकि कार में जो लिथियम आयन बैटरी इस्तेमाल होती है । वह साइज में इतनी बड़ी होती है कि उसको पूरा चार्ज करने के लिए काफी बड़े पेनल्स चाहिए और इतने बड़े पेनल्स कार की छत पर लगाना असंभव हैं। दूसरा जो मौजूदा पैनल हैं उन्हें यदि कार की छत पर फिट कर भी दिया जाय । तो उससे कार मात्र 4 से 5 किलोमीटर ही ज्यादा चल सकेगी । साथ ही कार का वजन 15 से 20 किलोग्राम तक बढ़ जाएगा। जो पूरी जर्नी के दैरान ज्यादा बैटरी खपत का कारण बनेगा।
यदि वजन को कंट्रोल में रखने के लिए thinfilm सोलर पैनल लगाते हैं तो कार की कॉस्ट बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। कार की कॉस्ट पहले ही 15 - 20 लाख से ऊपर होती है।
अतः कार में सोलर पैनल लगाना फीजेबिल नही है। अभी हाल में एलोन मस्क की कंपनी टेस्ला ने सोलर पैनल अपनी कार के एक मॉडल की छत पर इंसटाल किये हैं । इसकी कीमत भारतीय बाजार में 1 करोड़ से ऊपर है।