Hindi Poems
होली मजेदार शुद्ध देशी हास्य व्यंग्य कविता
होली पर हास्य कविता एक तो चढ़ी भंग दूजे होली हुड़दंग सुनी आ रा रा पर कदम ठहराई पड़े बुढहू बहु बढ़ी चटकोर रंग डारै धाइजोर लखि रंग मे…
होली पर हास्य कविता एक तो चढ़ी भंग दूजे होली हुड़दंग सुनी आ रा रा पर कदम ठहराई पड़े बुढहू बहु बढ़ी चटकोर रंग डारै धाइजोर लखि रंग मे…