कवि सम्मलेन
जलाएँ एक दिया हम उन वीरों के नाम - सुदीप भोला
वतन की देहरी के प्रहरी सो गए नींद बहुत गहरी तिरंगा ओढ़ करे वो सोये वो मीठे सपनों में खोये न जाने कब से नही किया उन्होने आरा…
वतन की देहरी के प्रहरी सो गए नींद बहुत गहरी तिरंगा ओढ़ करे वो सोये वो मीठे सपनों में खोये न जाने कब से नही किया उन्होने आरा…
jinhone has kar de di jaan जिन्होंने हँस कर दे दी जान badhai bharat maa ki shaan बढ़ाई भारत माँ की शान tirange ka rakha sa…