शिक्षा पर व्यंग्यात्मक कविता | कोरोना काल की शिक्षा पर व्यंग कविता | ऑनलाइन शिक्षा पर व्यंग कविता


 कोरोना काल की शिक्षा पर व्यंग कविता

शिक्षक शिक्षण से भला कैसे करेगा न्याय
जब बालक ही ऑनलाइन क्लास में गेम खेलता जाय

कोरोना में शिक्षा का हुआ है बन्टाधार
whatsapp चला रहे गुरु जी 
शिष्य कर रहे इंतजार


इस कोरोना काल में लॉक हुई है शिक्षा
ऐसा न शिष्य कहीं मांगे भविष्य में भिक्षा

ऑनलाइन क्लास का है अपना आंनंद
जब मास्टर जी ने पुछा एक प्रशन
पप्पू mic में बोल पड़ा स्ट्रीमिंग हो गयी बंद

कल ज़ूम  मास्टर जी ने पूछे अनेक सवाल
whatsapp पर farword किया
सबने एक ही जवाव

tag: गुरु पर व्यंग्य
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