वीडियो: deshbhakti| patriotic kavita in hindi
देश भक्ति कविता-दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिन्दुस्तानी हैं
हम सीना ठोंक के कहते हैं
आवाज लगाकर कहते हैं
हाथों में गीता रामायण कुरआन उठाकर कहते हैं
जो चली आ रही सदियों से
हम वो अनमोल कहानी हैं
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिन्दुस्तानी हैं
हम ताज महल की मीनारें
पावन गंगा की धारा हैं
ख्वाजा नवाज की चादर हैं
हम अमृतसर का गुरुद्वारा हैं
हम हिंदमहासागर का जलाधि
हम हिमगिरी की उचाई हैं
हम भीम सेन जोशी का स्वर
बिस्मिल्लाह की शहनाई हैं
हम सूर्य देवता ज्योति कलश
जो शंकर वाला डमरू है
जिनपर गिरधर गिरिवर नाचे
हम वो मीरा के घुंघरू हैं
हम मान सरोवर का पानी
हम कश्मीर के केसर हैं
हम रामेशवर द्वारिकापुरी
हम रामसेतु के पत्थर हैं
हम शंकर से विषपायी हैं
हम सागर मंथन के अमृत हैं
हम कल्पवृक्ष हम नागमणि
हम कामधेनु ऐरावत हैं
जिसमे श्रीकृष्ण नहाते थे
हम वो यमुना का पानी हैं
दुनिया में सबसे सच्चे सबसे अच्छे हिन्दुस्तानी हैं
हम आर्यभट्ट की संताने
हम सूर्य बताने वाले हैं
हम आयुर्वेद योगा का ज्ञान बताने वाले हैं
हम आदिशक्ति हम आदि गुरु
हम आदि शंकराचारी हैं
जिनसे सारी सृष्टि चलती
उन ब्रम्हा के चिंगारी हैं
हम वेद पुराणों के ज्ञाता
हम अक्षर के आराधक हैं
हम ज्योतिष विद खगोल ज्ञानी
हम पदम् मन्त्र के साधक हैं
हम महावीर के अनुयायी
गौतम गाँधी का दर्शन हैं
हम अर्जुन का गांडीव
और माधव का चक्र सुदर्शन हैं
हम कला पुजारी उत्सवधर्मी
होली और दिवाली हैं
जो देवो के सर पर चढ़ती
हम वो पूजा की थाली हैं
हम हरीशचंद दधिची हैं
कर्ण शरीर के दानी हैं
दुनिया में सबसे सच्चे
सबसे अच्छे हिन्दुस्तानी हैं
हम इतिहासों के पन्ने हैं
भूगोल बनाने वाले हैं
हम श्वेत कबूतर नेहरु के
जन गन मन गाने वाले हैं
सोलह सौ आठाराह भाषाएँ
बोलियाँ साथ में रखते हैं
हम छः धर्मों छः भाषाओँ की
टोलियाँ साथ में रखते हैं
हम हिन्दू सिन्धु घाटी वाली
वादियाँ साथ में रखते हैं
उनतीस राज्यों में चौसठ सौ
जातियां साथ में रखते हैं
हम सवा अरब मिलकर एक स्वर में
जन गन मन को गाते हैं
हम उत्तर से दक्षिण तक
अमर तिरंगे को फेहराते हैं
हम रेत समंदर पर्वत झरने
नदियाँ हैं कालिंदी हैं
जन जन से राष्ट्र संघ
तक गूँज रही वो पावन हिंदी हैं
हम इस धरती का कोहिनूर
सतरंगी चूनर धानी हैं
दुनिया में सबसे सच्चे
सबसे अच्छे हिन्दुस्तानी हैं
लेखक :डॉ० सुनील जोगी