Hasya kavi sammelan
हिंदी हास्य कविता नेता जी का भाषण - महेंद्र अजनबी
कोई कोई नेता भाषण देते देते इतना एक्सपर्ट हो जाता है की बो किसी भी विषय पर बोल सकता है जिसका यूज़ कुछ पता नही न हो.मेरे मुहल्ले…
कोई कोई नेता भाषण देते देते इतना एक्सपर्ट हो जाता है की बो किसी भी विषय पर बोल सकता है जिसका यूज़ कुछ पता नही न हो.मेरे मुहल्ले…
हुल्लड़ मुरादाबादी जो की हिंदी हास्य कविता "परेशान" पिता ने जनता के अस्पताल में फोन किया डाक्टर साहब मेरा पूरा प…
उमरे दराज मांग कर लाये थे चार दिन दो televison ने लील लिए, दो इंटरनेट ने।। टेलीविजन का क्या हाल है की आधे समय तो चैनलों पर न…
फादर ने बनवा दिये तीन कोट¸ छै पैंट¸ लल्लू मेरा बन गया कालिज स्टूडैंट। कालिज स्टूडैंट¸ हुए होस्टल में भरती¸ दिन भर बिस्कुट चर…