बस अड्डे पर मिले हमको सम्सुद्दीन कव्वाल
तरबूजे सी खोपड़ी खर्बूजे से गाल
हाथी से ज्यादा थी उनकी लम्बाई
और लम्बाई से ज्यादा थी उनकी चौड़ाई।
बस अड्डे से चलकर घोड़ो के ताँगे के अड्डे तक आय।
दर्शन कर घोड़ो ने आँसू टपकाय।
ताँगे वाला बोला रुपया 4 ही लूँगा
दो फेरे में साहब को पहुंचा दूँगा
🤣🤣😂😂😁🤣🤣😎😄
तरबूजे सी खोपड़ी खर्बूजे से गाल
हाथी से ज्यादा थी उनकी लम्बाई
और लम्बाई से ज्यादा थी उनकी चौड़ाई।
बस अड्डे से चलकर घोड़ो के ताँगे के अड्डे तक आय।
दर्शन कर घोड़ो ने आँसू टपकाय।
ताँगे वाला बोला रुपया 4 ही लूँगा
दो फेरे में साहब को पहुंचा दूँगा
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