बेटे भी घर छोड़ जाते हैं
जो तकिये के बिना कहीं…भी सोने से कतराते थे… आकर कोई देखे तो वो…कहीं भी अब सो जाते हैं… खाने में सो नखरे वाले..अब कुछ भी खा ल…
जो तकिये के बिना कहीं…भी सोने से कतराते थे… आकर कोई देखे तो वो…कहीं भी अब सो जाते हैं… खाने में सो नखरे वाले..अब कुछ भी खा ल…
खाली कुर्सियों के बाबजूद भी लोग खड़े हैं ;दरअसल हिन्दुस्तानी आदमी ऐसी कोई चीज पर बैठना ही नही चाहता जिसपर लेट न सके आपकी संस…
केवल दो गीत लिखे मैंने एक गीत तुम्हारे मिलने का एक गीत तुम्हारे खोने का केवल दो गीत लिखे मैंने सडको सडको शहरों शहरों नदियों नदि…
हुल्लड मुरादाबादी जो की हास्य के क्षेत्र में जाने माने नाम है । उन्होने एक कवी सम्मेलन में राजनितिक नेताओ पर कुछ इस तरह कटा…
इस बार आई मोदी जी की सरकार देखो सबको बताया की अच्छे दिन आयेंगे और केजरीवाल सोच रहे मेरे धरनों के लिए कहीं एक आलिशान चबूतरा …
जो व्यथाएं प्रेरणा दें उन व्याथाओं को दुलारों, झूझकर कठिनाइयों से रंग जीवन का निखारो वृक्ष कट कट बढा है दीप बुझ बुझ कर जला ह…
परम पिता से प्यार नही शुद्ध रहे व्यवहार नही इसीलिए तो आज देखलो सुखी कोई परिवार नही परम पिता से प्यार नही ...... अन्न फुल फल…
जिसको आरक्षण दिया जा रहा है वो सामान्य आदमी बन ही नहीं पा रहा है.... जैसे किसी व्यक्ति को आरक्षण दिया गया और वो किसी सरकारी नौ…
इस पोस्ट में हमने Very short hindi kavita को संकलित किया है आप इन शार्ट हिंदी कविताओ को पढ़िए और आनंद्लिजिये यदि आप भी चाहते हैं…
अभी उत्तर प्रदेश में उपचुनाव और बीजेपी दोनों शांति पूर्ण ढंग से निबट गये..... बीजेपी ने खूब धुँआधार प्रचार किया यह बात अलग है…
बस अड्डे पर मिले हमको सम्सुद्दीन कव्वाल तरबूजे सी खोपड़ी खर्बूजे से गाल हाथी से ज्यादा थी उनकी लम्बाई और लम्बाई से ज्यादा थी…
🙋🏻♂आहिस्ता से पढ़ना, एक वाक्य भी दिल में बैठ गया तो कविता सार्थक हो जायेगी...🌸🙏 🥀 मैं रूठा, तुम भी रुठ गए, …
लगाते हैं चलो अपनी कोई दूकान दिल्ली में। पकौड़े बेचने का हो गया ऐलान दिल्ली में।। जलाकर डिग्रियां करले कढ़ाई गर्म तू इतन…
दुबई के कवि सम्मेलन में सम्पत सरल जी ने कुछ इस तरह कविता पाठ आरम्भ किया।
एक युवक ने विवाह के दो साल बाद परदेस जाकर व्यापार करने की इच्छा पिता से कही । पिता ने स्वीकृति दी तो वह अपनी गर्भवती पत्नी क…
पुरानी दोस्ती को इस नई ताक़त से मत तोलो। यह सम्बन्धो की तुरपाई यूँ षडयंत्रो से मत खोलो। मेरी लहजे की छेनी से गढ़े कुछ देवता ज…
-:बनज कुमार बनज के दोहे:- philosophical Dohe in hindi बरगद पनघट पे खड़ा लिखता है इतिहास। कि…
Nice line from Ratan Tata's Lecture- in London 1.Don't educate your children to be rich. Educate them to be Happy.So …
सुदीप भोला बहुत ही कम समय में हास्य कविता पाठ में अपना स्थान बनाने वाले सुदीप भोला जी का जन्म मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले म…