पाइये छत पर बागवानी की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में



छत पर बागवानी

आर्गेनिक फार्मिंग यानी जैविक खेती की मुहिम को जन जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से ही छत पर बागवानी का चलन आरम्भ हुआ। दरअसल जैविक खेती इतनी लाभकारी है। कि लोगो ने इसके फायदे जानकर खेती की जमीन न होने की स्तिथि में अपनी छत पर ही बागवानी करने आरम्भ कर दिया ताकि घर की जरूरत के लिए बिना रासायनिक खाद वाली सब्जियां उगायी जा सके।
छत पर सब्जी उगाने के लिए आप प्लास्टिक की बाल्टी कबाड़ी वाले से इकट्ठी ले लें बाल्टी ही क्यों। क्योंकि यह हल्की होती हैं।

छत पर बागवानी के लिए हल्की मिट्टी तैयार करना।

अब आप इसमें मिट्टी कोकोपिट और गाय के सूखे हुए गोबर या वर्मी कम्पोस्ट को भर लें। पूरी बाल्टी मिट्टी से भरने पर इसका वजन ज्यादा हो जाएगा अतःवजन कम रखने के लिऐ कोकोपिट का इस्तेमाल करते हैं।अमेजनसे आपके पास कोकोपिट ब्रिक के रूप में आती हैं। इसको गमलो में इस्तेमाल करने के लिए आपको इसे पानी में भिगोना है। और किसी नुकीली बस्तु से हल्के हल्के खुरच लेना है। आपके पास यदि उपलब्ध हो तो आप इसमें  
वर्मी कम्पोस्ट मिला सकते हैं।  वर्मी कम्पोस्ट को  अमेजन से मंगवा सकते हैं। दोनो के मिश्रण को पहले तैयार हुए गमलों में भर दें। कोकोपिट का वजन बहुत कम होता है। अंतः छत पर बड़े गमलों में इसको भरने से छत को कोई नुकसान नही होता है। 
गमले हो गए गमलों में मिट्टी का प्रबंध हो गया ।  आइये अब बात करते हैं बीजों की आजकल बीज भी अमेजन या फ्लिपकार्ट से आसानी से मिल जाते हैं। इसके अलाबा आप अपने एरिया की शॉप से भी इन्हें खरीद सकते हैं।
इन तैयार गमलों में बीजों को रोप दें। औऱ समय समय पर इसमें पानी देते रहें। खरपतवार यदि उगें तो उन्हें जड़ सहित बाहर निकल दें।

     इस तरह से आप अपनी छत पर बागवानी करने के लिए हल्की और उपजाऊ मिट्टी का मिश्रण तैयार कर लेते हैं।
अब आप इन बाल्टियों में मौसम के अनुसार बीज रोप सकते हैं। 

     

छत पर बागवानी के फायदे

 छत पर बागवानी से आपको न सिर्फ ताजा सब्जियां मिलेंगी । वरन गर्मी के दिनों में छत पर सीधे धूप न पड़ने से घर का तापमान में भी कमी आएगी। 
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