आर्गेनिक फार्मिंग कृषि का वह तरीका है जिसमे बिना रासायनिक खाद का प्रयोग किये। प्रकति प्रदत्त जीवाश्म का खाद के रूप में प्रयोग कर खेती की जाती है।
इस पद्धति में खाद और कीटनाशक पेड़ पौधों की छाल पत्तियों या तने से प्राप्त किया जाता है। साथ ही गाय के गोबर की खाद और केंचुओं से बनी खाद जिसे वेर्मिकम्पोस्ट कहते हैं का प्रयोग किया जाता है।
कीटनाशक बनाने के लिए 10किलोग्राम गाय का गोबर 10 किलोग्राम गाय का मूत्र लेकर इसमे 5 किलो हक्के पत्ते,5 किलोग्राम धतूरे के पत्ते , 5 किलोग्राम नीम के पत्ते 1 मिट्टी के मटके में भरके 16 दिन को सड़ने के लिए रख दें। 16 दिन बाद प्राप्त मिश्रण को एक कढ़ाई में उबाल कर हवा बंद बोतलों में पैक कर लें। इसकी कोई एक्सपायरी डेट नही है। इस मिश्रण का 20 मिलीलीटर प्रति स्प्रे टंकी के हिसाब से फसल पर छिड़काव कर दें। और सभी प्रकार के कीटों से मुक्त फसल हो जाएगी।