अहोई अष्टमी पर संतान के लिए वृत किया जाता है। अहोई अष्टमी का वृत करने से संतान तारों के समान चमक वाली होती है। इस वृत में तारों की पूजा करके ही वृत खोला जाता है। यह वृत करवा चौथ वृत के समान निर्जला ही रखा जाता है।
अहोई अष्टमी पर संतान के लिए वृत किया जाता है। अहोई अष्टमी का वृत करने से संतान तारों के समान चमक वाली होती है। इस वृत में तारों की पूजा करके ही वृत खोला जाता है। यह वृत करवा चौथ वृत के समान निर्जला ही रखा जाता है।