मां बाप से बढ़कर दुनिया में नही दूजा कोई खजाना
जिसने तुझे जन्म दिया है दिल उनका नही दुखाना।।
पहले तो तेरी मां ने नौ महीने कोख में ढ़ोया
सीने के खून पिलाया तू जब जब बंदे रोया।।
बड़ा कर्ज हैं तुझपर मां का तेरा कर्म है कर्ज चुकाना
जिसने तुझे जन्म दिया है ......
पहले तो तेरी मां ने बांहों में तुझे झुलाया
वो खुद गीले में सोई सूखे में तुझे सुलाया
तू कभी भी दुख देकर उस मां को नही रुलाना।।
जिसने तुझे जन्म दिया है ......
मां बाप की शरण से बढ़कर नही स्वर्ण कोई दूजा
सब तीर्थ छोड़ के कर ले माँ बाप की तू पूजा।
अरे जन्म मरण से अगर तुझको मुक्ति पाना।
जिसने तुझे जन्म दिया है दिल उनका नही दुखाना।।
हर बात को तुम भूलो मगर माँ बाप को मत भूलना
एहशान जो इनके लाखों हैं इस बात को मत भूलना
धरती पर देवो को पूजा भगवान् को लाख मनाया है
तब तेरी सूरत पाई है संसार में तुझको बुलाया है
इन पावन लोगों के दिल को पत्थर बनकर मत तोडना
हर बात को तुम भूलो मगर माँ बाप को मत भूलना
अपने ही पेट को काटा है और तेरी काया सजाई है
अपना हर कौर खिलायातुझे तब तेरी भूख मिटाई है
इन अमृत देने वालो के जीवन में जहर मत घोलना
हर बात को तुम भूलो मगर माँ बाप को मत भूलना
जो चीज भी तूने मांगी है वो सबकुछ तूने पाया है
हर जिद को लगाया सीने से बड़ा तुझसे नेह जताया है
इन प्यार लुटाने वालों का तु प्रेम प्यार मत भूलना
हर बात को तुम भूलो मगर माँ बाप को मत भूलना
चाहें लाख कमाई धन दौलत यह बंगला कोठी बनाई है
माँ बाप ही न खुश हैं तेरे बेकार यह सारी कमाई है
यह लाख नही यह खाख है सब इस राज को मत भूलना
हर बात को तुम भूलो मगर माँ बाप को मत भूलना
गीले में सदा ही सोयें हैं सूखे में तुझको सुलाया है
बाहों का बनाकर के झूला तुझे दिन और रात झुलाया है
इन निर्मल निश्चल आँखों में एक आंसू भी मत घोलना
हर बात को तुम भूलो मगर माँ बाप को मत भूलना