🙋🏻♂आहिस्ता से पढ़ना, एक वाक्य भी दिल में बैठ गया तो कविता सार्थक हो जायेगी...🌸🙏
🥀 मैं रूठा,
तुम भी रुठ गए,
फिर मनाएगा कौन? 🥀
🥀 आज दरार है,
कल खाई होगी,
फिर भरेगा कौन.? 🥀
🥀 मैं चुप,
तुम भी चुप,
इस चुप्पी को फिर तोड़ेगा कौन.? 🥀
🥀 छोटी बात को लगा लोगे दिल से,
तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन.? 🥀
🥀 दु:खी मैं भी और तुम भी बिछड़ कर,
सोचो हाथ फिर बढ़ाएगा कौन.? 🥀
🥀 न मैं राजी,
न तुम राजी,
फिर माफ करने का बड़प्पन
दिखाएगा कौन.? 🥀
🥀 डूब जाएगा यादों में दिल कभी,
तो फिर धैर्य बंधाएगा कौन? 🥀
🥀 एक अहम् मेरे,
एक तेरे भीतर भी,
इस अहम् को फिर हराएगा कौन.? 🥀
🥀 ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए,
फिर इन लम्हों में अकेला
रह जाएगा कौन.? 🥀
🥀 मूंद ली दोनों में से गर किसी दिन,
एक ने आँखे ....
तो कल इस बात पर फिर
पछतायेगा कौन.? 🥀
*☆☆☆☆☆☆☆▪▪▪▪☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆
❤ *कौन किसी से क्या लेता है,*
*कौन किसी को क्या देता है*..
🌹 *थोडा सा हँस लेते है* ,
*थोडा सा हँसा देते है*
*दोस्ती मे यही तो होता है* 🌹
😄 *हँसना और हँसाना कोशिश*
*है मेरी* ,
*हर कोई खुश रहे, यह चाहत*
*है मेरी* ,
*भले ही मुझे कोई याद करे*
*या ना करे* ,
*लेकिन हर अपने को याद*
*करना आदत है मेरी*
🙏🏻 🌺🌺🙏🏻
🥀 मैं रूठा,
तुम भी रुठ गए,
फिर मनाएगा कौन? 🥀
🥀 आज दरार है,
कल खाई होगी,
फिर भरेगा कौन.? 🥀
🥀 मैं चुप,
तुम भी चुप,
इस चुप्पी को फिर तोड़ेगा कौन.? 🥀
🥀 छोटी बात को लगा लोगे दिल से,
तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन.? 🥀
🥀 दु:खी मैं भी और तुम भी बिछड़ कर,
सोचो हाथ फिर बढ़ाएगा कौन.? 🥀
🥀 न मैं राजी,
न तुम राजी,
फिर माफ करने का बड़प्पन
दिखाएगा कौन.? 🥀
🥀 डूब जाएगा यादों में दिल कभी,
तो फिर धैर्य बंधाएगा कौन? 🥀
🥀 एक अहम् मेरे,
एक तेरे भीतर भी,
इस अहम् को फिर हराएगा कौन.? 🥀
🥀 ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए,
फिर इन लम्हों में अकेला
रह जाएगा कौन.? 🥀
🥀 मूंद ली दोनों में से गर किसी दिन,
एक ने आँखे ....
तो कल इस बात पर फिर
पछतायेगा कौन.? 🥀
*☆☆☆☆☆☆☆▪▪▪▪☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆
❤ *कौन किसी से क्या लेता है,*
*कौन किसी को क्या देता है*..
🌹 *थोडा सा हँस लेते है* ,
*थोडा सा हँसा देते है*
*दोस्ती मे यही तो होता है* 🌹
😄 *हँसना और हँसाना कोशिश*
*है मेरी* ,
*हर कोई खुश रहे, यह चाहत*
*है मेरी* ,
*भले ही मुझे कोई याद करे*
*या ना करे* ,
*लेकिन हर अपने को याद*
*करना आदत है मेरी*
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