तेरी यादो को प्यार करती हूँ...अंजुम रहबर


तेरी यादो को प्यार करती हूँ... अंजुम रहबर की शायरी, गजलें (Anjum Rahbar Shayari , गजलें)


कुछ नाम ऐसे होते है कुछ किताबे ऐसी होती हैं जिनको कोई भूमिका की जरूरत नही होती, एक दायरे को तोड़ कर एक ऐसा बड़ा नाम जिसको सभी लोग पसंद करते हैं काव्य अंजुम रहबर साहिबा जिन पर कुछ चार लाइन मनोज कुमार ने गायी.....

अभी तक ज्यू की त्यु खुशबु हैं इस कच्ची निबोरी में,
अभी तक कोई बांध पाया हैं सोने डोरी में
भले ही मेरी जिन्दगी खुली पुस्तक सी हैं,
लेकिन तुम्हारे ख़त अभी तक बंद हैं दिल में !

अंजुम रहबर की लोकप्रिय गजल जिनके बच्चे से बूढ़े भी दीवाने हैं तो आप भी पढ़े कुछ लाइन....

तेरी यादो को प्यार करती हूँ,
सो जन्म भी निसार करती हूँ,
तुझको फुर्सत मिले तो जाना,
मैं तेरा इंतजार करती हूँ,
तेरी यादो को प्यार करती हूँ!!

ये किसी नाम का नही होता,
ये किसी धाम का नहीं होता,
प्यार में जब तलक नही टूटे,
दिल किसी काम का नहीं होता

गम की उलझी हुयी लकीरों में,
अपनी तक़दीर देख लेती हुयी मैं,
आइना देखना तो भूल गयी,
तेरी तस्वीर देख कर!!

अपनी आँखों को चार मत करना,
तुम सितारे सुमार मत करना,
लड़के आम तजुर्बा हैं बहुत,
मशवरा हैं कि प्यार मत करना !!
होटो की भी क्या मज़बूरी रहती हैं,
सब कुछ कहकर बात अधूरी रहती हैं!!

उससे मिल कर अंजुम ये अहसास हुआ,
कुर्बत में भी कितनी दुरी रहती हैं!!
सब कुछ कहकर बात अधूरी रहती हैं!!

मजबूरियों के नाम पर सब छोड़ना पड़ा,
दिल तोडना कठिन था मगर तोडना पड़ा,
मेरे पसंद और थी सबकी पसंद और थी
इतनी जरा सी बात पर घर छोड़ना पड़ा
दिल तोडना कठिन था मगर तोडना पड़ा!

हैं अगर प्यार तो मत छुपाया करो,
हमसे मिलने खुले आम आया करो
दिल हमारा नही घर हैं ये आपका,
रोज आया करो रोज जाया करो!
प्यार करना करना अलग बात हैं
कम से कम वक्त पर आया करो
हमसे मिलने खुलेआम आया करो !!

एक बार के मिलने को जो प्यार समझते हैं
पागल हैं मगर खुद को होशियार समझते है!!

चाहत की इबद्दत को जो रोग समझता हैं,
हम ऐसे मशीहा को बीमार समझते हैं
ये ऊँचे घरनो के बिगड़े हुए लड़के हैं
जो प्यार के मंदिर को बाजार समझते हैं
पागल हैं खुद को होशिरा समझते हैं!!

इस मुल्क के माथे पर एक दाग हैं अंजुम
जो लोग फसादों को त्यौहार समझते हैं,
पागल हैं मगर खुद को होशियार समझते है!!

प्यार नजरो में आना नही चाहिए,
रोज मिलना मिलाना नही चाहिए
लोग पागल समझने लगेंगे तुम्हे
रात दिन मुस्कुराना नही चाहिए
बारिशों के इरादे खtarनाक हैं
अब पतंगे उड़ना नही चाहिए

मैंने ये सोच कर दे दिया दिल उसे
दिल किसी का दुखाना नही चाहिए !!
एक गमले में अंजू कटे जिन्दगी
हर जगह गुल खिलाना नही चाहिए!!
रोज मिलाना मिलाना नही चाहिए!!

आज मशहूर फिर शहर में
प्यार की एक कहानी हुयी
एक लड़का दीवाना हुआ, एक लड़की हुई
मेरे चेहरे, मेरे आँखों की गहराई में
सबने चेहरा तेरे पढ़ लिया
आज मैं आइना देख कर शर्म से पानी पानी हुयी

कितनो भवरों ने आहे भरी
कितने फूलो ने अंगड़ाई ली
ये खबर हैं फिर बाग़ में
एक तितली सायानी हुयी
एक तूफ़ान था ताहम गया,

प्यार करने का मौसम गया
वो भी अंजुम पुराना हुआ
मैं भी अंजू पुरानी हुयी





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