26 जनवरी क्यों मनाया जाता है बचपन में जब मेरे मन में यह सवाल आता तो इसका जवाब मिलता की इस दिन संविधान लागू हुआ था। संविधान क्या होता है जिसके लागू होने को हम उत्सव की तरह क्यों मानते चले आ रहे हैं। तो इसका जवाव मिला कि इसमें राष्ट्र को चलाने के लिए नीति और नियम लिखे होते हैं। साथ ही इन नीतियों व नियमो के अलावा नए नियम जोड़ने के प्रावधान व जरूरी शतें लिखी होती हैं। साथ ही यह पता चला कि अपना संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान हैं । सबसे बड़ा संविधान होने का मतलब इसमें ज्यादा नीति नियमों को शामिल किया गया है। ज्यादा नियम होने से क्या फायदा। तो जवाब मिला कि ज्यादा नियम ज्यादा बिषयों के बारे में सही द्रष्टिकोण के साथ निर्णय लेने में मददगार होते हैं। या यूं कहैं कि ज्यादा बिषयों के लिखित नियम होने से सुस्पष्ट व देश की रीति रिवाजों संस्कृति के अनुरूप निर्णय लेने में सहजता होती है। कुल जमा बात यह पता लगी कि संविधान वह किताब हैं जो देश की आत्मानुरूप नीति नियमों को चलाने व नए नए नियमों को बनाने देश के सभी नागरिकों के अधिकार सुनिश्चित करने हेतु दिशा निर्देशों वाली किताब है।
यह संविधान देश के प्रत्येक नागरिक के समान अधिकार को सुनिश्चित करता है। 18 साल व उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों को मतदान का अधिकार देता है जिससे कि वे विधायिका के सदस्यों का अपने मतानुसार चुनाव कर सकें जनता के द्वारा चुने हुए यह प्रतिनिधि ही पुराने नियमों का आकलन कर उन्हें बदलते हैं या उनके स्थान पर बिल्कुल नए नियम लेकर आते है।
इसके अलावा भी संविधान के कई अंग होते हैं । जिनका कुलमिलाकर उद्देश्य देश और देश के नागरिकों की गरिमा को एकरूप बनाए रखते हुए देश के विकास को सुचारू रूप से चलाते रहना होता है । 26 जनवरी को संविधान लागू हुआ था । इसलिए इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
महान क्रांतिकारियों के बलिदान के फलस्वरूप मिली स्वतंत्रता को बनाये रखने के लिए यह जरूरी था कि भारत देश को चलाने के लिए हमारे पास कानून हो नियम हों जिससे देश में बिना किसी अराजकता की स्तिथि उत्पन्न होने की नौबत ना आये । लोगो को न्याय मिलें उनके अधिकार सुरक्षित रहें । यह सुनिश्चित करने के लिए संविधान की आवश्यकता थी। जिसे बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में 2 साल ग्यारह माह 49 दिन की कड़ी मेहनत और अन्यन्त गंभीर विचार विमर्श के बाद तैयार कर लिया गया । और आज 26 जनवरी के ही दिन इसको सन 1950 में लागू किया गया। देश भारत इस बर्ष अपना 70वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
इन 70 सालो में हमने अपने नागरिकों के सम्मान में न्याय में और अधिकारों सहित अन्य क्षेत्रो में भी कभी कोताही नही आने दी है। गणतंत्र दिवस 2020 से हम सब उम्मीद रखते हैं कि आने वाले समय में भी हमारा देश नागरिकों के सम्मान और अधिकारों को न्याय दिलाने के लिए उत्तरोतर तरक्की करता जाय और लोकतंत्र की भावना को और मजबूती प्रदान करे।