धान की जैविक खेती के बारे में पूरी जानकारी के लिए यह ब्लॉग पढ़ें।
दोस्तों धान की रोपाई चालू हो गयी है। यदि आप की धान की खेती जैविक विधि से करना चाहते हैं। तो आप बिलकुल सही जगह पर आय हैं।
यदि आपने धान की रोपाई के लिए खेत की तैयारी कर ली हैं तो यह सही समय है उसमें धान रोपने का । आप खेत में रोपाई कर दीजिए। यदि आपने धान की रोपाई के लिए खेत की तैयारी नही की है। तो हम आप को बता दें यह दो काम आप जारूरकर लें आपको जसिविक विधि से ही धान की अछि उपज मिलेगी। आपको करना यह है कि खेत में 50 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से चूना बिखेर दें उसके बाद इसमें 1 ट्राली प्रति बीघा के हिसाब से देशी खाद डाल दें । देशी खाद को खूब महीन कर पूरे खेत में बिखेर दें।
खाद बिखेरने के बाद इसमें वेस्ट डिकॉम्पोज़र का स्प्रे कर दें। वेस्ट डिकॉम्पोज़र का स्प्रे करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि खेत में पर्याप्त नमी होनी चाहिए। वेस्ट डिकॉम्पोज़र डालने के बाद खेत की जुताई कर दें । यदि खेत में नमी कम हो या नमी न हो तो खेत में पानी भर दें। 7 दिन तक खेत को यूँही पड़ा रहने दें। । सात दिन बाद आप देखेंगे कि खेत में केंचुए पड़ गए है। वेस्ट डिकॉम्पोज़र डालने के करीब 10 दिन बाद खेत को। धान की रोपाई के लिए तैयार करें।
यदि आपने धान की रोपाई के लिए खेत की तैयारी कर ली हैं तो यह सही समय है उसमें धान रोपने का । आप खेत में रोपाई कर दीजिए। यदि आपने धान की रोपाई के लिए खेत की तैयारी नही की है। तो हम आप को बता दें यह दो काम आप जारूरकर लें आपको जसिविक विधि से ही धान की अछि उपज मिलेगी। आपको करना यह है कि खेत में 50 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से चूना बिखेर दें उसके बाद इसमें 1 ट्राली प्रति बीघा के हिसाब से देशी खाद डाल दें । देशी खाद को खूब महीन कर पूरे खेत में बिखेर दें।
खाद बिखेरने के बाद इसमें वेस्ट डिकॉम्पोज़र का स्प्रे कर दें। वेस्ट डिकॉम्पोज़र का स्प्रे करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि खेत में पर्याप्त नमी होनी चाहिए। वेस्ट डिकॉम्पोज़र डालने के बाद खेत की जुताई कर दें । यदि खेत में नमी कम हो या नमी न हो तो खेत में पानी भर दें। 7 दिन तक खेत को यूँही पड़ा रहने दें। । सात दिन बाद आप देखेंगे कि खेत में केंचुए पड़ गए है। वेस्ट डिकॉम्पोज़र डालने के करीब 10 दिन बाद खेत को। धान की रोपाई के लिए तैयार करें।
धान की रोपाई जैसे करते आये हैं वैसे कर दें । बस इसमे कोई रासायनिक खाद या कीटनाशक का प्रयोग न करें। पानी का उचित प्रबंधन रखें। जब धान 15 दिन के हो जाय । तब इसमे सरसों की खल महीन करके खाद की तरह बिखेर दें।
उपरोक्त चित्र 18 जुलाई 2020 के है जबकि यह धान की रोपाई 23 जून को की गई थी। 18 जुलाई तक इसमे सरसों की खली के अलावा और कुछ नही डाला है। समय समय पर जरूरत के हिसाब से सिंचाई कर दी है।