फोर्ब्स ने अपने 35वी वार्षिक संस्करण को जारी रखते हुए विश्व भर के अमीरों की सूची जारी की इससूची के अनुसार एलोन मस्क ने अपनी पूंजी में कई अरब डॉलर जोड़ लिए हैं. यही नही हमारे अपने देसी पूंजीपति अनिल अम्बानी की संपत्ति में भी एक लाख करोड जुड़ चुके हैं इस lockdown में'.
आपके मन में भी यह सवाल आता होगा एक तरफ तो सभी व्यापारी लोग कम कारोबार का रोना रो रहे हैं . दूसरी तरफ व्यापारियों की इस सूची में सभी की संपत्ति बढ़ी है . और काफी अच्छीमात्रा में बड़ी है ऐसा कैसे संभव है. ऐसा बिलकुल संभव है और यह संभव हुआ है stock मार्किट की वजह से साथ ही अन्य इन्वेस्टर्स द्वारा in कंपनियों के कारोबार को देखते हुए भविष्य में होने वाले मुनाफे में हिस्सेदारी खरीदने के लिए अभी in कंपनियों में निवेश करने की वजह से.
रिलायंस को ही ले लें तो रिलायंस के बारे में फ़रवरी में दो खबरें आई थी जिनमे एक में फेसबुक के साथ इन्वेस्ट करने का कुछ प्लान था . दूसरी खबर में एलोन मस्क की टेस्लाकम्पनी के फ्री इन्टरनेट वाली स्कीम में साझेदारी से सम्बंधित कोई मामला था.
in दोनों ख़बरों ने रिलायंस के प्रति stock इन्वेस्टर्स का रुझान इतना बढ़ा दिया की वे लोग अँधा धुंध रिलायंस के शेयर की खरीदारी करने लगे. रिलायंस के शेयर की खरीद में तेजी आने की वजह से इसके शेयर का दाम बढ़ गया. और इससे कम्पनी का इवैल्यूएशन बढ़ गया. जिससे कम्पनी के मालिक की Net Worth में बढ़ोत्तरी हुई . और वे फार्च्यून करोडपति वाली लिस्ट में छलांग लगाकर दुनिया के १८वे सबसे धनि व्यक्ति बन गये.
देखा जाय तो अभी असल कारोबार हुआ भी नही . लेकिन इन्वेस्टर्स के ट्रस्ट के वजह से कम्पनी की वैल्यू बढ़ गयी . जिससे मुकेश अम्बानी की वैल्यू बढ़ गयी.
वही गरीब और गरीब होता चला गयाक्यूंकि उसने अपनी जमापूंजी ही खर्च की इस कोरोना कॉल में.
पर इन्वेस्टर्स के विस्वास के कारण बिना कुछ किये भी रिलायंस की नेत्वोर्थ बढ़ गयी.
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