भाजपा की जीत हिंदू बनाम मुस्लिम की जीत है या विकास की जीत है

 जनता ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश में योगी सरकार पर मोहर लगाई है हालांकि समाजवादी कार्यकर्ताओं में चुनाव प्रचार के दौरान बड़ा चोर शोर था और बड़े दमखम और आत्मविश्वास के साथ वे प्रचार कर रहे थे कि इस बार योगी सरकार वापस सत्ता में ना आकर समाजवादी सरकार आएगी पर ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ जनता जो इस बात के लिए कोसी जाती थी कि जनता बहुत पुरानी बात याद नहीं रखती है यह जल्दी भूल जाती है बातों को उस जनता ने पुलिस की गुंडागर्दी के खिलाफ समाजवादी सरकार को वोट ना देकर योगी सरकार को वोट दिया और योगी सरकार को भारी मतों से विजई बनाया हालांकि समाजवादी पार्टी ने कई सारे वायदे किए थे जोकि योगी सरकार के किए गए वादों से काफी लुभावने और सर्व समाज हितकारी प्रतीत हो रहे थे परंतु जनता ने समाजवादी वायदों को धता बताकर एक बार फिर उत्तर प्रदेश में योगी सरकार पर अपना विश्वास जताया है यह विश्वास केवल हिंदू और मुसलमान के नाम पर नहीं बल्कि सुशासन के नाम पर भी है और जिस तरह से योगी सरकार ने माफियाओं और गुंडों के खिलाफ कार्यवाही या की हैं उससे आम जनता बड़े सुकून में है और जनता में लूटपाट चोरी डकैती की समस्या काफी हद तक खत्म हो चुकी है और आजकल आम आदमी भी बेखौफ सड़कों पर घूम सकता है लड़कियां रातों को अपने काम निपटा कर सड़क पर निकल सकती हैं परंतु यही उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार के दौरान स्थिति बिल्कुल उलट थी यत्र तत्र गुंडागर्दी और भूमाफिया की मनमानी देखने को मिलती थी उसके बाद रही सही कसर पुलिस पूरी कर देती थी आम जनता को सता कर या आम जनता को और प्रताड़ित प्रताड़ित करके लेकिन योगी सरकार ने इस समस्या को समाप्त किया है और जनता के मन में अपने लिए जगह बनाई इसी का नतीजा है 

             आज उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार पूर्ण बहुमत से जीत हासिल कर दोबारा से अपनी दूसरी पारी शुरू करने जा रही है उत्तर प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है कि भाजपा की सरकार लगातार दो बार उत्तर प्रदेश में आई हो उत्तर प्रदेश में आज सभी वर्गों के लोग भाजपा की जीत में अपनी जीत देख रहे हैं बेचारे पिछड़े वर्ग के हैं या उच्च वर्ग के समाजवादी पार्टी ने जो तोहमत भाजपा सरकार पर लगाई थी कि भाजपा सवर्णों की पार्टी है उसे आज  जनता ने झुठला दिया है और यह इल्जाम लगाने वाले भाजपा के भूतपूर्व विधायक श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी जो कि ओबीसी के नाम पर समाजवादी में शामिल हुए थे उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा है इसी बात से खंडन हो जाता है भाजपा केवल सामानों की पार्टी है अगर ऐसा सत्य होता तो लोग स्वामी प्रसाद मौर्य का साथ नहीं छोड़ते और उन्हें भारी मतों से जीत दिलाते भले ही भाजपा मैं अग्रिम नेतृत्व सवर्णों का हो लेकिन भाजपा सभी को साथ लेकर चल रही है और सभी के विकास की बात कर रही है 

                  भाजपा की सरकार चाहे केंद्र की हो या किसी राज्य कि वह अपने सभी नागरिकों के हितों को ध्यान में रखकर योजनाएं बना रही है ना कि सिर्फ सवर्णों के लिए उनकी योजनाओं के लाभार्थी सवर्णों से अधिक अन्य जातियों के लोग हैं जिसमें अनुसूचित जाति जनजाति और ओबीसी के लोग शामिल हैं साथ में मुसलमान मुस्लिम भी सभी के साथ सभी के विकास की बात पर ही जनता ने योगी सरकार पर मुहर लगाई है और आगे भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है यह जाति पार्टी के नाम पर बनाई गई पार्टियां एक विशेष जाति को ही बल प्रदान करती हैं अन्य जातियों की अनदेखी उन पार्टियों में खूब होती है ऐसा एक बार नहीं कई बार का प्रमाण है लेकिन फिर भी जनता को बहलाने को चलाने में यह पार्टी और कभी-कभी सफल हो जाती हैं और फिर यह अपनी मनमानी करते रहती हैं यह जनता का कोई ध्यान नहीं करती आप से ओबीसी यह आपसे अनुसूचित जाति के नाम पर वोट लेने के बाद यह पार्टियों अपने एजेंडे के विकास में लग जाती हैं और अपने ही पार्टी फंड को बढ़ाने में लग जाती हैं यह इस बात का कतई ध्यान नहीं रखती कि समाज के सभी वर्गों का समुचित विकास हो रहा है या नहीं यह समाज के सभी वर्गों को उनके द्वारा प्रारंभ की गई योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं उन्हें केवल अपनी जाति विशेष के लोगों का विकास दिखता है जनता इस बात को भलीभांति समझ चुकी है और अब जाती पाती के नाम पर वोट मांग कर सत्ता में आने की ख्वाहिश रखने वाले नेताओं को संन्यास ले लेना चाहिए अब चुनाव केवल विकास के नाम पर और सुशासन के नाम पर होता है कम से कम 2022 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजे तो इसी बात को दर्शाते हैं क्योंकि जिस तरह से लोग कह रहे थे कि भाजपा के खिलाफ लोगों का मत बन चुका है क्योंकि भाजपा सरकार में बहुत ज्यादा महंगाई बढ़ी है बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार भी है परंतु फिर भी लोगों ने भाजपा सरकार पर मोहर लगाई है क्योंकि कहीं ना कहीं यह बात उन लोगों के द्वारा फैलाई गई थी जो कि भाजपा को हराकर अपनी जाति विशेष की पार्टियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत थे

            कृपया आप अपने सुझाव इस बारे में जरूर हमें दें कि उत्तर प्रदेश का विधान सभा चुनाव का रिजल्ट किस ओर इशारा करता है क्या जाती पाती के नाम पर वोट लेने वाली पार्टियों के दिन लग गए हैं और सुशासन के दिन आ गए हैं या लोगों ने हिंदू मुस्लिम के नाम पर वोट देकर भाजपा को हिंदू राष्ट्र बनाने में बनाने के लिए वोट किया है

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