जिंदगी कुछ इस तरह इम्तिहान लेती है
जब कुछ देती है तो वजह छीन लेती है ,
पाकर कोई खुश होगा उन्हें कैसे
वो जिसे मिलती हैं उसको खुद में समां लेती है।
उसने जाने क्या क्या रंग दिखाए हैं
कितने राजा रंक बनाये हैं
जो जीता है शान से एक संतुलन बनाकर जीता है
मानो कोई नट रस्सी पर चलता है
जब कुछ देती है तो वजह छीन लेती है ,
पाकर कोई खुश होगा उन्हें कैसे
वो जिसे मिलती हैं उसको खुद में समां लेती है।
उसने जाने क्या क्या रंग दिखाए हैं
कितने राजा रंक बनाये हैं
जो जीता है शान से एक संतुलन बनाकर जीता है
मानो कोई नट रस्सी पर चलता है