मोई जी अस्तीफा दो
मैं भी चौकीदार ::: मैं संकल्पित हूँ, मुझे डिगा अब न पाओगे. रख दूँ ग़र पैर ज़मीं पर, हिला तुम न पाओगे. कर दिया क़तरा क़तरा, देश को स…
मैं भी चौकीदार ::: मैं संकल्पित हूँ, मुझे डिगा अब न पाओगे. रख दूँ ग़र पैर ज़मीं पर, हिला तुम न पाओगे. कर दिया क़तरा क़तरा, देश को स…
राजनीतिक व्यंग कविताएं आजकल खूब पसंद की जा रही हैं । राजनेताओ के बड़े बड़े दावे उसके उलट जमीनी हकीकत होने के कारण राजनीतिक व्यंग…
पिछली बार बिहार में सरकार टूट गई। कुछ लोगों ने कहा, अमित शाह ने इसे तोड़ दिया। उसने कहा, प्रधानमंत्री ने इसे तोड़ दिया और कुछ …
राजनीति का इस कदर छाया है सुरूर बात बात पर हर जज्बात पर नेता हो जाते है शुरू। मुद्दा हो तो ठीक नेता वेबजह का मुद्दा बना ले…
प्रणाम करता हूँ उस माँ को जिसके ईश्वर भी पैर छुता हैं, प्रणाम करता हूँ इस देश की पवन माटी को जिसे माँ भी मस्तक से लगाती हैं…
मेरा पहला प्यार था। हम हाल ही में 7 साल के रिश्ते के बाद अलग हो गए हैं। मैं अब भी इस लड़की से ज्यादा प्यार करता हूं , जब हम…
मनुष्य ने अन्याय किया है , और मैंने गौर किया है। आपको अंदाजा होना चाहिए कि 14 साल की एक लड़की को स्कूल में और टेलीविज़न पर यह…
मेरे कमरे में कोई आइना नही हैं क्योंकि, अपने अक्स को देखने की मुझमे वो हिम्मत नहीं है हलाकि अक्सर मुझे दिख जाया करता हैं,…
हमें कानूनी रूप से गर्व हो सकता है कि लाखों लोग गरीबी की भयावह पकड़ से बच गए हैं। आखिरकार एक राजनीतिक दल ने गोली को क…