Hindi Poem

चंदा मामा दूर के हास्य कविता | सुनहरी लाल तुरंत की कविता | प्रॉपर्टी डीलर पर हास्य कविता | best hindi kavita |poetry in hindi

best hindi kavita by sunahari lal ji     चंदा मामा दूर के |Poetry in Hindi सब प्रॉपर्टी डीलर तुमको  देख रहे हैं घूर के   चंदा मा…

बेटे भी घर छोड़ जाते हैं

जो तकिये के बिना कहीं…भी सोने से कतराते थे… आकर कोई देखे तो वो…कहीं भी अब सो जाते हैं… खाने में सो नखरे वाले..अब कुछ भी खा ल…

जब दर्द हद से गुजर जाता है.......

आज कल की भागती दौड़ती जिन्दगी में कब कौन बिछड़ जाता हैं इस बात का अंदाजा ही नहीं लगता हैं, पता तो हमें तब चलता हैं जब हमे कोई ऐ…

अज़ीज़ इतना ही रक्खो की संभल जाए......

मानवीय भावनाओं की संवेदनशीलता और नाजुकता को कविता के माध्यम से अच्छी तरह समझाया गया है। यह कहा जाता है कि खुशी अल्पकालिक औ…

गली-गली में शोर है चौकीदार हर ओर हैं

भारत तक के मंच पर इस बार चौकीदार का प्रोग्राम आयोजित किया गया जहां पर कई कवियों ने अपने हास्य व्यंग से लोगो को लोट-पोट कर दिय…

गंदी बात, गंदी गंदी बात |पैरोडी हिन्दी हास्य कविता -सुदीप भोला

सुदीप भोला हिन्दी हास्य के जाने माने हस्ताक्षर है। बहुत ही कम समय में उन्होंने हिंदी कविता के मंचों पर काव्यपाठ कर अपनी अद्भुत…

sampat saral ki hasya kavita

दुबई के कवि सम्मेलन में सम्पत सरल जी ने कुछ इस तरह कविता पाठ आरम्भ किया।

शिक्षक पर व्यंग कविता - फुरसतिया || हास्य व्यंग दोहे

सतगुरु हमसे रीझिकर, एक कह्या प्रसंग, पढ़ना तो फ़िर होयगा, चलो सनीमा संग। गुरु कुम्हार शिष कुम्भ है, गढ़-गढ़ काढै खोट, नोट ल…

टूटी माला जैसे बिखरी किस्मत आज किसान की-सुदीप भोला

दोस्तों कवि सुदीप भोला देश के उन चंद कवियों में से एक हैं जिन्होंने बहुत ही कम समय में बड़े बड़े मंचो से कविता पाठ कर अपनी प्रत…

दो चार बार हम जो कभी हँस-हँसा लिए || कुँअर बेचैन की ग़ज़लें

कुँअर बेचैन की ग़ज़लें दो चार बार हम जो कभी हँस-हँसा लिए सारे जहाँ ने हाथ में पत्थर उठा लिए रहते हमारे पास तो ये टूटते जरू…

Short Poem by Pradeep chaubey

bade afsar ne chhote ko danta aap ekdam ghade hai nikamme hai chota afsar: theek kehte ho sir aap mujhse bde hain              …

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